मरीज की शिकायत पर सीएमओ ने उतरौला स्थित शोभा नर्सिंग होम पर छापा मारा। अस्पताल में डॉक्टर व सुविधाओं की जांच पड़ताल की। जांच में अनियमितता मिलने पर नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों को सीएचसी में शिफ्ट कराया गया है।
सीएचसी उतरौला के अधीक्षक को नर्सिंग होम के लाइसेंस, डॉक्टरों की उपलब्धता व अभिलेखों की जांच का निर्देश दिया गया है। अभिलेखों की जांच में अनियमितता मिलने पर नर्सिंग होम बंद कराने की चेतावनी भी दी गई है।
सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि नर्सिंग होम द्वारा मरीजों से अधिक पैसा लिए जाने की शिकायत मिली थी। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए रविवार को नर्सिंग होम पर छापा मारा गया। अस्पताल में भर्ती मरीज पूनम उपाध्याय ने अस्पताल प्रशासन पर अधिक रुपया लेने का आरोप लगाया। वहां भर्ती अन्य मरीजों ने भी तमाम तरह की शिकायतें की।
नर्सिंग होम में मरीजों का विवरण पंजिका भरा हुआ नहीं मिला। नर्सिंग होम का लाइसेंस जिस डॉक्टर के नाम लिया गया है वह भी मौजूद नहीं मिले। नर्सिंग होम में अन्य चीजें भी मानक के अनुरूप नहीं मिले। मरीजों का विवरण उपलब्ध न होने पर सीएमओ ने वहां भर्ती सभी मरीजों को सीएचसी में सिफ्ट करने का आदेश सीएचसी अधीक्षक को दिया।
साथ ही साथ उन्होंने अस्पताल के लाइसेंस व अन्य अभिलेखों तथा डॉक्टर की उपलब्धता आदि के संबंध में जांच का आदेश भी सीएचसी अधीक्षक को दिया है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. चंद्र प्रकाश ने बताया कि सीएमओ के निर्देश पर मरीजों को सीएचसी में शिफ्ट कर दिया गया है। लाइसेंस व अन्य अभिलेखों को कब्जे में ले लिया गया है।
शीघ्र ही जांच रिपोर्ट तैयार कर सीएमओ को सौंपा जाएगा। अस्पताल संचालक डा. एचएल मिश्रा ने बताया कि मरीज के तीमारदार से पैसे के लेनदेन का विवाद था। सीएमओ के निरीक्षण में एक मरीज का विवरण भरा नहीं मिला।
जांच में अन्य कोई कमियां नहीं मिली है। सीएमओ द्वारा नर्सिंग होम पर छापा मारने से नगर के अन्य प्राइवेट अस्पतालों, नर्सिंग होम व पैथोलॉजी संचालकों में हड़कंप मच गया। तमाम पैथोलॉजी व अपंजीकृत क्लीनिक बंद कर संचालक फरार हो गए।